नई दिल्ली : भारत सरकार ने 20 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है। E20 प्राप्त करने का प्रारंभिक लक्ष्य 2030 के लिए निर्धारित किया गया था, जिसे बाद में 2025 तक बढ़ा दिया गया। मारुति सुजुकी इंडियन लिमिटेड ने पुष्टि की है कि, इसकी पूरी वाहन लाइन-अप आने वाले ईंधन मानदंडों का पालन करेगी। सरकार की समय सीमा के बाद, मारुति सुजुकी मार्च 2023 तक अपने वाहनों को 20% इथेनॉल मिश्रित ईंधन (E20) के अनुकूल बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
E20 फ्लेक्स फ्यूल यानी 20% एथेनॉल और 80% पेट्रोल का मिश्रण है। प्रदूषण नियंत्रण, ईंधन आयात के वित्तीय बोझ को कम करने के साथ-साथ कृषि और गन्ना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए E20 फ्लेक्स फ्यूल पर जोर दिया गया है।
हालांकि, E20 ईंधन को समायोजित करने के लिए E20 ईंधन के लिए इंजन, ईंधन प्रणाली और संबंधित भागों में कुछ संशोधन करने की आवश्यकता है। जिसके लिए कार निर्माताओं को निवेश, असेंबली लाइनों में बदलाव करना होता हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मारुति सुजुकी अपने वाहन को E20 ईंधन के अनुकूल बनाने के लिए अपडेट के साथ तैयार है। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता को भी उम्मीद है कि सरकार सब्सिडी दरों पर E20 ईंधन उपलब्ध कराएगी।