लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चीनी उद्योग में पिछले छह वर्षों में हुए नवाचारों की सराहना करते हुए कहा की, उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों के आधुनिकीकरण ने उन्हें ‘एकीकृत चीनी काम्प्लेक्स’ में बदल दिया है।
चीनी उद्योग के 120 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, आज एक ही परिसर में चीनी का उत्पादन भी हो रहा है, को-जेन प्लांट भी है, ऑक्सीजन सयंत्र भी है और साथ ही एथेनॉल परियोजना भी स्थापित की जा रही है। देश में गन्ना और चीनी के सबसे बड़े उत्पादक यूपी की चीनी मिलों को अब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को अपनाकर और अधिकतम एथेनॉल उत्पादन कर रही है। उन्होंने कहा कि, 120 साल पहले किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की पहली चीनी मिल देवरिया में स्थापित की गई थी। हाल के कुछ दशकों में जिस तरह से चीनी मिलें बंद हो रही थी, उससे किसान हताश और व्यथित थे और पलायन करने के लिए मजबूर थे। पिछले 6 वर्षों में डीबीटी के माध्यम से गन्ना किसानों को 1.97 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।