मेरठ: घरेलू बाजारों में चीनी कीमतों पर दबाव, निर्यात में देरी से चीनी मिलों के राजस्व पर गहरा असर हुआ है। जिसके चलते मिलें किसानों का भुगतान करने में विफल हो रही है। बकाया भुगतान को लेकर गन्ना किसान परेशान हैं। मेरठ जिले की बात करें तो, जनपद की छह चीनी मिलों ने वर्तमान पेराई सत्र के अंतर्गत 576.87 करोड़ का भुगतान किया है, जिसके अलावा 986.84 करोड़ का भुगतान बकाया है। राज्य सरकार और गन्ना विभाग द्वारा बार बार चेतावनी के बावजूद मिलें भुगतान में असफल रही है।
दैनिक जागरण डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, 78 फीसद भुगतान के साथ सबसे आगे दौराला चीनी मिल है। छह चीनी मिलों ने अभी तक 548.46 लाख क्विंटल गन्ना खरीद लिया है। इसमें 548 लाख क्विंटल पेराई के साथ 56.79 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।