मेरठ, उत्तर प्रदेश: जनपद में गन्ना पेराई सत्र 2024-25 के लिए गन्ना सर्वेक्षण कार्य शुरू हो चुका है। गन्ना सर्वेक्षण के लिए ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) का इस्तेमाल किया जा रहा है। सकौती और किनौनी मिल क्षेत्र में जीपीएस आधारित सर्वेक्षण शुरू है और अन्य मिलों में 1 मई से सर्वेक्षण कार्य शुरू हो जाएगा। पौधा गन्ने का सर्वेक्षण होगा और पेड़ी गन्ने का सत्यापन किया जाएगा। जीपीएस तकनीक अचूक सर्वे होगा, जिससे मिल और किसान दोनों को फायदा होगा।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सर्वे के लिए मिल और गन्ना विभाग की तरफ से संयुक्त गन्ना सर्वे टीम गठित की गई है। आगामी 30 जून तक गन्ना सर्वेक्षण पूरा करना है। जनपद में भी गन्ना सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है। जिला गन्ना अधिकारी डॉ. दुष्यंत कुमार ने कहा कि, किनौनी और सकौती मिल ने गन्ना सर्वे शुरू कर दिया है। दौराला, मोहिउद्दीनपुर, मवाना और नंगलामल मिल क्षेत्र में भी 1 मई से सर्वे शुरू हो जाएगा। सर्वेक्षण जीपीएस से लैस हस्त चालित कंप्यूटर (एचएचसी) उपकरण के जरिये पौधा गन्ना के खेत की चारों डोर की माप के आधार पर क्षेत्रफल नाप कर विभागीय सर्वर पर प्रेषित किया जायेगा और साथ ही पेड़ी गन्ना के क्षेत्रफल का सत्यापन किया जायेगा।