मेराउके फूड एस्टेट इंडोनेशिया का चीनी और बायोएथेनॉल हब बनेगा

जकार्ता : इंडोनेशियाई निवेश मंत्रालय दक्षिण पापुआ के मेराउके में फूड एस्टेट को एक एकीकृत चीनी उद्योग हब में बदलने की योजना बना रहा है। यह परियोजना घरेलू चीनी मांग को पूरा करने के साथ-साथ बायोएथेनॉल का उत्पादन करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जो देश के खाद्य और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण के अनुरूप है। निवेश मंत्रालय में निवेश कार्यान्वयन नियंत्रण के डिप्टी एडी जुनेडी ने खुलासा किया कि, मेराउके फूड एस्टेट से सालाना 2 मिलियन टन चीनी और 200 मिलियन लीटर बायोएथेनॉल का उत्पादन होने की उम्मीद है। यह चीनी प्रसंस्करण के उपोत्पाद मोलासेस का उपयोग बायोएथेनॉल उत्पादन के लिए कच्चे माल के रूप में करके हासिल किया जाएगा।

जुनेडी ने जकार्ता में एक कार्यकारी बैठक के दौरान कहा, हमारा लक्ष्य एक एकीकृत चीनी उद्योग स्थापित करना है जो राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो के खाद्य और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण का समर्थन करता है। मेरौके में एकीकृत चीनी उद्योग को विकसित करने के लिए पर्याप्त निवेश की आवश्यकता है, जिसका अनुमान Rp83 ट्रिलियन (US$5.3 बिलियन) है। सरकार को उम्मीद है कि, यह निवेश 2029 तक प्राप्त होगा। एडी ने कहा कि, कई निवेशकों ने इस परियोजना में योगदान देने में अपनी रुचि व्यक्त की है। यह पहल राष्ट्रपति डिक्री संख्या 15/2024 के तहत राष्ट्रपति के निर्देश का हिस्सा है, जिसमें निवेश मंत्री को मेराउके में चीनी और बायोएथेनॉल आत्मनिर्भरता में तेजी लाने के लिए टास्क फोर्स के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है।

टास्क फोर्स की जिम्मेदारियों में गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त भूमि आवंटन की सुविधा प्रदान करना और परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए व्यवसायों को आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान करना शामिल है। कृषि मंत्री अमरान सुलेमान ने क्षेत्र में चीनी मिलों की स्थापना के लिए राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों (एसओई) और निजी संस्थाओं के साथ सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रत्येक कारखाने की लागत 2.5-3 ट्रिलियन रुपये के बीच होने का अनुमान है।

अमरान ने मई 2024 में कहा, हमें उम्मीद है कि निर्माण अगले साल शुरू हो सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि, घरेलू चीनी उत्पादन को बढ़ावा देते हुए सरकारी पूंजी को कम करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि, इसी तरह के सहयोग से 10 चीनी मिलों का सफलतापूर्वक संचालन हुआ है, जिनमें दक्षिण-पूर्व सुलावेसी में बोम्बाना और दक्षिण सुमात्रा और पश्चिम नुसा तेंगारा में अन्य स्थान शामिल हैं।

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