बिजनौर : जिले में गन्ने के सानिध्य में श्रीअन्न (मिलेट्स) का क्षेत्रफल बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा। कृषि विभाग किसानों को ट्रैंच विधि से गन्ना बुवाई के साथ श्रीअन्न की बुवाई कराने को प्रेरित करने की कोशिश कर रहा है।गोष्ठी, बैठकों में किसानों को मिलेट्स की फसलों की बुआई के संबंध में नवीनतम जानकारी दी जा रही है। सहफसली खेती करने से किसानों के आय में भी बढ़ोतरी होगी। पिछले वर्ष जनपद में 300 हेक्टेयर में श्रीअन्न फसलों का क्षेत्रफल रहा था। इस बार विभाग की ओर करीब 500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई कराने पर जोर दिया जा रहा है। श्रीअन्न में ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, सांवा आदि फसलों को जायद सीजन में गन्ने के साथ सहफसली में बुवाई करने करने का प्रयास किया जा रहा है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, विषय वस्तु विशेषज्ञ हरज्ञान सिंह ने बताया कि श्रीअन्न का रकबा बढ़ाने के लिए गन्ने के साथ सहफसली खेती करने को प्रेरित किया जाएगा। यहीं नहीं एफपीओ किसानों को खेती करने की नई नई तकनीकी बताने के साथ अपने उत्पाद बाजार में बेचने का एक माध्यम बनाए जाएंगे। किसानों को जैविक और प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित करने का कार्य भी किया जाएगा। साथ में मिलेट्स के लाभ बताए जाएंगे।