मुंबई: महाराष्ट्र में पेराई सीजन शुरू हो गया है, लेकिन पिछले सीजन का शत प्रतिशत एफआरपी (FRP) भुगतान में विफल मिलों को चीनी आयुक्त कार्यालय ने पेराई लाइसेंस नहीं जारी किया है।
चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने भी कहा कि, जो चीनी मिलें किसानों को एफआरपी का भुगतान करने में विफल रही हैं, उन्हें गन्ना पेराई सत्र शुरू करने की अनुमति नहीं मिलेगी।
द हिन्दू बिजनेसलाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, हाल ही में मुंबई में राज्य के सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल द्वारा आयोजित एक बैठक में बोलते हुए गायकवाड़ ने कहा, “चीनी मिलों को शुरू करने की अनुमति तब तक नहीं दी जाएगी जब तक कि एफआरपी राशि को मंजूरी नहीं दी जाती है। इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है क्योंकि गन्ना उत्पादकों को उनका बकाया मिल रहा है। अगले कुछ दिनों में और मिलें एफआरपी देने की तैयारी कर रही हैं।”