नई दिल्ली : मिष्ठान फूड्स द्वारा अनाज आधारित एथेनॉल प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई गई है।कंपनी ने कहा कि, उसने गुजरात के साबरकांठा में 1,000 केएलपीडी (प्रति दिन किलोलीटर) अनाज आधारित एथेनॉल निर्माण सुविधा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। आपको बता दे की, यह खबर आते ही मिष्ठान फूड्स का शेयर 2.52% बढ़कर 10.19 रुपये हो गया।यह एथेनॉल प्लांट भारत सरकार की “आत्मनिर्भर गुजरात, आत्मनिर्भर भारत” पहल और कच्चे तेल के आयात पर बोझ को कम करने के लिए एथेनॉल को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया जा रहा है।इस परियोजना की अनुमानित लागत 2250 करोड़ रुपये है, जिससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 5000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।इससे सालाना करीब 3500 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
इसके अलावा कंपनी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा हाल ही में टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध और विभिन्न ग्रेड के चावल के निर्यात पर 20% शुल्क ने महंगाई रोकने की उम्मीदों को बढ़ा दिया है और हाल के सप्ताहों में चावल की खुदरा कीमतों को कम कर दिया है। इससे चावल कंपनियों के लिए एथेनॉल निर्माण गतिविधियों में प्रवेश करने के अवसर खुल गए हैं। कंपनी ने अपने बयान में कहा, भारत 150 से अधिक देशों को चावल का निर्यात करता है, और इसके शिपमेंट में किसी भी तरह की कमी से खाद्य कीमतों पर दबाव बढ़ जाएगा, जो पहले से ही सूखे, गर्मी की लहरों और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण बढ़ रहा है।
वैश्विक चावल निर्यात में भारत की हिस्सेदारी लगभग 40% से अधिक है और विश्व बाजार में थाईलैंड, वियतनाम, पाकिस्तान और म्यांमार के साथ प्रतिस्पर्धा करता है। 2021 में 1.1 मिलियन टन की खरीद के साथ चीन टूटे चावल का सबसे बड़ा खरीदार था, जबकि सेनेगल और जिबूती जैसे अफ्रीकी देशों ने भी बड़ी मात्रा में टूटे हुए चावल खरीदे।मिष्ठान फूड्स का शुद्ध लाभ 216% बढ़कर 11.03 करोड़ रुपये हो गया और परिचालन से राजस्व Q1 FY23 में Q1 FY22 की तुलना में 118.7% बढ़कर 158.27 करोड़ रुपये हो गया।