हसनपुर : हसनपुर चीनी मिल प्रबंधन ने गन्ना बुआई के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया है, इससे कुछ हद तक गन्ना मजदूरों की समस्या से निपटने में मदद हो सकती है। आपको बता दे की, मिल प्रबंधन ने ‘सिंगल रो ऑटोमेटिक केन प्लांटर’ से गन्ने की बुआई शुरू की है। रामपुर गांव के किसान अजय राय के खेत में चीनी मिल के कार्यपालक अध्यक्ष आरके तिवारी ने केन प्लांटर से गन्ने की बुआई का प्रारंभ किया।उन्होंने ने कहा कि, परंपरागत तरीके से गन्ने की बुवाई करने में मजदूरों की जरूरत ज्यादा पड़ती है।साथ ही समय भी जादा लगता है, लेकिन अब कम लागत और कम समय में गन्ने की बुआई होगी।
कैसे काम करता है ‘सिंगल रो ऑटोमेटिक केन प्लांटर’…
मशीन से नालों की कटाई होगी, और साथ ही गन्ने के टुकड़े गिराये जायेंगे। फिर खाद गिराने के साथ नालों में मिट्टी भराई कर दी जाती। यह कार्य मशीन से ही एक साथ होता है। यह मशीन छोटा ट्रैक्टर चालित है। कृषि यंत्र मशीन की सहायता से रोपाई करने पर प्रति एकड़ तीन हजार रुपए खर्च होते हैं। जबकि परम्परागत तरीके से नालों की कटाई, गन्ने के टुकड़े एवं खाद गिराने और मिट्टी भराई करने में आठ हजार रुपए प्रति एकड़ लागत आती है।
सिंधवालिया चीनी मिल के कार्यपालक अध्यक्ष शशि केडिया ने कहा कि, इस मशीन से लागत एवं समय की बचत होगी। सहायक गन्ना उपाध्यक्ष सुग्रीव पाठक ने कहा कि, एक एकड़ में 20 क्विंटल बीज लग रहा है। जिसका पैदावार लगभग 500 क्विंटल प्रति एकड़ गन्ना उपाध्यक्ष डॉ. रामवीर सिंह ने कहा कि, किसानों के लिए केन प्लांटर मशीन सहायक बनेगा।इस अवसर पर विजय वीर सिंह राणा, पुनीत चौहान, टीके मंडल,अमीत कुमार, रंजीत सिंह, मोहन राय आदि मौजूद थे।