सुवा: चीनी उद्योग मंत्री चरण जीत सिंह ने चीनी उद्योग के लिए पारंपरिक खेती के तरीकों से बड़े, आधुनिक और अधिक कुशल खेती के मॉडल में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया। सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, वर्तमान लघु-स्तरीय कृषि इकाइयाँ अब आर्थिक रूप से टिकाऊ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि, छोटी कृषि इकाइयों का चलन, जिसमें किसान 300 से 500 टन गन्ना पैदा करते हैं, व्यवहार्य नहीं है। इसलिए हमें छोटी जोतों से हटकर प्रति व्यक्ति या प्रति सहकारी 100 एकड़ के खेतों की बड़ी जोतों की ओर बढ़ना होगा और फिर यह मिलों में गन्ने की गारंटी आपूर्ति बन जाएगी। इसलिए हम उन चीजों पर विचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मैं जानता हूँ कि किसान इतने संवेदनशील हैं कि वे अपनी ज़मीन नहीं छोड़ना चाहते। भले ही वे अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन न कर रहे हों या अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन न कर रहे हों, जो हम चाहते हैं। सिंह ने यह भी स्वीकार किया कि, किसानों को इन बदलावों को अपनाने के लिए राजी करना चुनौतीपूर्ण होगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें पारंपरिक तरीकों से अधिक आधुनिक, मशीनीकृत खेती की ओर स्थानांतरित होने के लिए ग्रोअर्स काउंसिल और ग्रोअर्स फंड जैसे हितधारकों के साथ चर्चा शुरू करने की आवश्यकता है।
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