MOFPI-PMFME योजना से उधमपुर में रसायन मुक्त गुड़ उत्पादन को बढ़ावा मिला

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की पीएम सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण (MOFPI-PMFME) योजना ने किसानों की गन्ना प्रसंस्करण क्षमताओं में काफी सुधार किया है।

उधमपुर जिले के धानू गांव के किसान केवल कुमार ने योजना के सहयोग से रसायन मुक्त गुड़ उत्पादन में उन्नत तकनीक को शामिल किया है।

कुमार ने गन्ने का रस निकालने के लिए पारंपरिक बैल-चालित प्रणाली के स्थान पर ट्रैक्टर का उपयोग शुरू कर दिया है, जिससे कार्यकुशलता बढ़ गई है और श्रम कम लगता है।

उन्होंने बताया की पहले मैं गेहूं या चावल उगाता था। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में किसानों को लाभकारी सब्सिडी मिलनी शुरू हो गई है, जिससे मैं गन्ने की खेती शुरू कर पाया। ट्रैक्टर पर सब्सिडी मिलने के बाद मेरा काम आसान हो गया। मैंने गन्ना उगाना और गुड़ बनाना शुरू किया। पिछले साल मैंने बाजार में 15-20 क्विंटल गुड़ बेचा।

इस प्रौद्योगिकी बदलाव ने उन्हें अपने जैविक, रसायन मुक्त गुड़ की बढ़ती मांग को पूरा करने में भी मदद की है।

कुमार ने कहा की मैंने रसायन मुक्त शुद्ध जैविक गुड़ तैयार किया है, जिससे हमारे उत्पाद की मांग बढ़ गई है। मैंने इस उद्यम से और अधिक किसानों को जोड़ा है। हम ‘आत्मनिर्भर’ बन गए हैं।

उत्पादन की बढ़ी हुई दक्षता से न केवल कुमार को अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद मिली, बल्कि वे अन्य किसानों की सहायता करने में भी सक्षम हो गये।

कुमार बताते हैं की पहले हमारी हालत बहुत खराब थी। लेकिन अब खेतों में काम करना अच्छा लगता है, क्योंकि इससे हमें मुनाफा होता है। पहले हम कर्ज में डूबे रहते थे। अब जब भी हमें आर्थिक परेशानी होती है, हम केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) से लोन लेते हैं और छह महीने बाद उसे चुका देते हैं।

टिकरी जिला विकास परिषद (डीडीसी) के सदस्य आशु शर्मा ने उधमपुर के किसानों को प्रौद्योगिकी के माध्यम से अपनी आजीविका में सुधार करने में मदद करने के लिए भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की है।

शर्मा ने कहा की हम अपने किसानों की आय दोगुनी करने में मदद करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने हमारे किसानों को प्रौद्योगिकी के माध्यम से अपनी खेती में क्रांतिकारी बदलाव लाने में मदद की है।

आधुनिक कृषि तकनीकों के कार्यान्वयन ने स्थानीय किसानों को पॉली हाउस जैसी प्रथाओं को अपनाने और ड्रैगन फ्रूट्स जैसी नई फसलें उगाने का मौका दिया है। इसके अलावा, केवल कुमार जैसे किसानों ने जैविक खेती को अपनाया है, रसायन मुक्त गुड़ का उत्पादन किया है, जिससे मांग में वृद्धि हुई है।

शर्मा ने कहा की यह देखकर खुशी होती है कि हमारे किसान पॉलीहाउस का उपयोग कर रहे हैं या ड्रैगन फ्रूट उगा रहे हैं… किसान पूरी तरह से रसायनों से मुक्त जैविक तरीके से अनाज बना रहे हैं।

शर्मा ने क्षेत्र के अन्य किसानों को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा की मैं अपने किसानों से कहना चाहती हूं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का लाभ उठाएं और अपनी खेती को लाभ पहुंचाएं। केवल बहुत मेहनत करता है और अच्छी कमाई करता है।

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