मोलासेस की कमी से पाकिस्तान के इथेनॉल उद्योग को खतरा

इस्लामाबाद : मोलासेस की कमी से पाकिस्तान के इथेनॉल उद्योग के सामने एक बड़ा खतरा पैदा हुआ है। इथेनॉल उत्पादकों के अनुसार, एक बार मोलासेस खत्म होने के बाद, पाकिस्तान के इथेनॉल उत्पादकों को इस साल की दूसरी छमाही में परिचालन बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। व्यापारियों के अनुसार, ज्यादातर उत्पादकों के पास केवल अगस्त तक का ही मोलासिस स्टॉक बचा है, यह स्टॉक खत्म होने के बाद इथेनॉल उत्पादन बंद हो जायेगा। लेकिन देश के दो बड़े उत्पादकों के पास अतिरिक्त स्टॉक हैं जो सितंबर-अक्टूबर तक परिचालन बनाए रखेंगे।

अधिक लाभदायक चावल, मकई और गेहूं की फसलों के उत्पादन की ओर एक बदलाव ने पाकिस्तान के गन्ने के उत्पादन को कम कर दिया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्रालय और देश की चीनी मिलों के संघ के अनुसार, गन्ने का कुल उत्पादन 2019-20 के विपणन वर्ष में 64.5 टन तक पहुंच गया है, जो पिछले विपणन वर्ष से 4 प्रतिशत कम है।

आपको बता फ़िलहाल पाकिस्तान में चीनी घोटाला पर घमासान मचा हुआ है। और कुछ दिन पहले चीनी घोटाला जांच की रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमे चीनी मिलों पर जालसाजी करने का गंभीर आरोप लगा है।

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