कोतवाली देहात, मेरठ: उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई अंतिम चरण में है। राज्य की कई चीनी मिलों ने पेराई सत्र सम्पात कर लिया है तो कई चीनी मिलें पेराई सत्र सम्पात करने वाली है। ऐसे में कई जगहों पर किसानों को दर है क्यूंकि उनके खेत में गन्ना अभी भी पड़ा है। प्रसाशन ने चीनी मिलों को तो वैसे साफ़ सन्देश में कह दिया था की जब तक खेतों में खड़े पुरे गन्ने की पेराई नहीं हो जाती तब तक कोई ची चीनी मिल बंद नहीं होगी।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, भाकियू भानु ने कहा की द्वारिकेश चीनी मिल के बूंदकी क्षेत्र में अब भी काफी गन्ना है, लेकिन मिल प्रशासन ने शुक्रवार को मिल बंद करने का फैसला किया किया है। मिल के इस रवैये से किसान और किसान संघठनों को डर है की मिल खेतों में खड़े गन्ने की पेराई किये बिना बंद ना हो जाए। भाकियू भानु के जिलाध्यक्ष कुलवीर सिंह ने कहा कि, यदि किसानों का गन्ना रहते मिलें बंद कर दी गईं तो यूनियन किसानों के हित के लिए आंदोलन करेगी।
उन्होंने कहा कि यदि मिल द्वारा किसानों का गन्ना खरीदे बिना मिल को बंद कर दिया तो यूनियन को धरने के लिए विवश होना पड़ेगा।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.