मुबारकगंज: वर्तमान पेराई सत्र के दौरान बांग्लादेश की चीनी मिल में गन्ने की भरपूर आपूर्ति हो रही है। मुबारकगंज चीनी मिल लिमिटेड (एमएसएम) ने मौजूदा पेराई सत्र में गन्ने की आपूर्ति के लक्ष्य को पार कर लिया है। मिल ने इस पेराई सत्र के लिए 1,30,000 मीट्रिक टन (एमटी) गन्ने का आपूर्ति लक्ष्य बनाया था। इस मिल ने पिछले साल 07 दिसंबर को पेराई सत्र शुरू होने के बाद केवल 86 दिनों में ही 1,32,000 मीट्रिक टन गन्ने की पेराई का टारगेट पूरा कर लिया है, जबकि मिल का टारगेट इस पेराई सत्र में 92 दिनों तक मिल को चालू रखना है।
एमएसएम के निदेशक (एमडी) मोहम्मद अनवर कबीर ने कहा कि उनके मिल में पेराई का काम अबतक बिना किसी यांत्रिक खराबी के आसानी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि बचे छह दिनों के लिए उनके मिल द्वारा पांच मीट्रिक टन और गन्ने की खरीद करने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि गन्ने की रिकवरी के लिए वेरायटी काफी महत्वपूर्ण है। कई वर्षों से बांग्लादेश सुगर रिसर्च इंस्टीट्यूट इस पर काम कर रहा है। इसलिए किसानों को फायदा हो रहा है लेकिन मिलों को लक्षित रिकवरी नहीं मिल रही है।
कबीर ने कहा कि भले ही हम मौजूदा किस्मों को बदलने के लिए पहल करें लेकिन इसे करने में तीन से चार साल लगेंगे। गन्ना किसानों में चीनी मिलों द्वारा पेमेंट समय पर नहीं मिलने से भारी असंतोष है। चीनी मिलों ने इन्हें उनके कुल बकाये का केवल 50 प्रतिशत ही भुगतान किया है।
जेनीदा सदर के एक गन्ना किसान ने कहा कि मिलों ने पेमेंट नहीं मिलने के कारण उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पैसे नहीं आने से वे किसान मजदूरों, वाहन मालिकों और अन्य लोगों को पैसे नहीं दे पा रहे।
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