मुजफ्फरनगर: केंद्र सरकार के एथेनॉल समिश्रण निति से देश के चीनी उद्योग को काफी फायदा हो रहा है। मिलों की आय में बढ़ोतरी हुई है, और वो किसानों का भुगतान समय पर करने में कामयाब हो रही है। मुजफ्फरनगर जिले की चार चीनी मिलों ने भी एथेनॉल उत्पादन बढ़ने की कोशिश शुरू कर दी है, और इसके लिए बी हेवी मोलासेस बनाना शुरू किया है। इस साल मिलों ने 28.71 लाख क्विंटल बी हेवी मोलासेस का उत्पादन किया है। आपको बता दे की, कुछ चीनी मिलों ने इस सत्र में पहली बार बी हेवी मोलासेस बनाना शुरू किया था।
आगामी सत्र से जिले में एथेनॉल का उत्पादन बढ़ जाएगा। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसोदिया ने कहा कि, चीनी मिलों की आय का यह बड़ा स्रोत बन रहा है। देश में एथेनॉल की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। जिले में खतौली – 12.30 लाख क्विंटल मंसूरपुर- 8.41 लाख क्विंटल, भैसाना – 3.72 लाख क्विंटल और खाईखेड़ी – 4.28 लाख क्विंटल बी हेवी मोलासेस का उत्पादन किया है।