मुजफ्फरनगर : जिले ने गन्ना उत्पादन में नया मुकाम हासिल कर लिया है, किसानों ने गन्ना औसत उत्पादन में जिले को उत्तर प्रदेश में दूसरे नंबर पर पहुंचाया है। गन्ना विभाग का साथ और किसानों की लग्न और मेहनत ने जिले को चौथे नंबर से दूसरे स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है। गन्ने का उत्पादन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण किसानों की मेहनत हैं। खेती की नई-नई तकनीकों के माध्यम से किसानों ने गन्ना उत्पादन को बढ़ाया है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, औसत गन्ना उत्पादन की बात की जाये तो शामली जिला राज्य में सबसे उपर है। जिला में एक हेक्टेयर में औसत उत्पादन 1004.28 क्विंटल है। गन्ने की प्रजाति 0238 के आने के बाद पूरे प्रदेश में ही गन्ने का उत्पादन बढ़ा है। मुजफ्फरनगर में चार वर्षो का औसत कुछ इस तरह है, 2018-19 (866.52 क्विंटल), 2019-20 (864.08 क्विंटल) 2020-21 (907.64 क्विंटल), 2021-22 ( 923.20 क्विंटल)।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिला गन्ना अधिकारी डॉ. आरडी द्विवेदी ने कहा कि, पिछले करीब तीन वर्षों से जिले में औसत उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। सीओ 0238 और 0118 का औसत उत्पादन बढ़ाने में मुख्य योगदान है।