मुजफ्फरनगर : जिले में गन्ना सीजन अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है, और चीनी मिलों और कोल्हुओं को कम गन्ना आपूर्ति हो रही है। चीनी मिलों को प्रतिदिन क्षमता से कम गन्ना मिल रहा है। कोल्हू अधिक दाम पर गन्ना खरीद रहे हैं, इसके बाद भी उनके सामने गन्ने का संकट बन रहा है। कम गन्ना आपूर्ति से कोल्हुओं और चीनी मिलों को पूरी क्षमता के साथ चलाने में दिक्कत आ रही है
‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिले में गुड़ का उत्पादन कम हो गया है। इस बार चीनी मिलों में कम गन्ना आ रहा है। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसोदिया के अनुसार, गत वर्ष के मुकाबले लगभग एक लाख क्विंटल कम गन्ना चीनी मिलों में आ रहा है। कोल्हुओं में भी यही स्थिति बनी है। कोल्हू संचालक 375 से 385 रुपये प्रति क्विंटल तक गन्ना खरीद रहे हैं।
गुड़ का उत्पादन इस बार प्रभावित हुआ है। एशिया की सबसे बड़ी गुड़ मंडी मुजफ्फरनगर में मार्च माह में गुड़ की आपूर्ति आधे से भी कम चल रही है। प्रतिदिन यहां आठ हजार गुड़ के कट्टों का औसत रहता है। यह अब कम हो गया है। गन्ने के कम उत्पादन का असर चीनी और गुड़ दोनों पर दिखाई देने लगा है।