यांगून : म्यांमार शुगर एंड शुगरकेन प्रोडक्ट एंटरप्रेन्योर एसोसिएशन के वाइस चेयरमैन यू विन हेते ने कहा, म्यांमार में खराब मांग के कारण वित्त वर्ष 2020-21 में सात साल में गन्ने का उत्पादन अपने सबसे निचले स्तर तक गिरने की उम्मीद है। जिसके कारण चीनी उत्पादन भी सात साल के निचले स्तर तक गिर सकती है।
म्यांमार, चीन को कच्चे, अपरिष्कृत चीनी का निर्यात करता है। हालांकि, चीन ने म्यांमार चीनी पर आयात शुल्क बढ़ा दिया है और 2017 के बाद से अवैध व्यापार पर नकेल कस दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में चीनी निर्यात घट गया है, जिसका सीधा असर गन्ना उत्पादन पर दिखाई दे रहा है। किसानों द्वारा धीरे-धीरे बढ़ते गन्ने क्षेत्र को कम करने की उम्मीद है, जिससे वित्त वर्ष 2020-21 में गन्ने का रोपण कम हो के 350,000 एकड़ तक ही हो सकता है। एसोसिएशन के मुताबिक, सात साल पहले की तुलना में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। उत्पादन में गिरावट का दूसरा कारण अपरिष्कृत चीनी की वैश्विक मांग में कमी है। यू विन हेटे ने कहा, जैसा कि गन्ने का बुआई क्षेत्र कम हो गया है, मिलें धीरे-धीरे बंद होगी और अगर यह जारी रहता है, तो हमें चीनी का आयात करना पड़ सकता है।
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