पुणे: आगामी विधानसभा चुनावों से पहले, अनुभवी भाजपा नेता, पूर्व मंत्री और नेशनल कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज फेडरेशन के अध्यक्ष हर्षवर्धन पाटिल ने भाजपा का इस्तीफा देकर शरद पवार की राकांपा में शामिल होने का ऐलान किया। पूर्व मंत्री पाटिल ने कहा, पिछले 6 दशकों से पवार परिवार और हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध है। आज मैंने जो फैसला लिया है, वह केवल मेरा नहीं बल्कि इंदापुर विधानसभा क्षेत्र के लाखों लोगों का फैसला है। इसलिए आज हमने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ एनसीपी शरद पवार की पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, यह फैसला लेने से पहले राज्य में बीजेपी के प्रमुख नेताओं से भी चर्चा की गई है। आपको बता दे की, पाटील का यह फैसला भाजपा को बड़ा झटका माना जा रहा है।
इंदापुर में जनसभा को संबोधित करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पिछले 2 महीने से मैं निर्वाचन क्षेत्र के गांवों का दौरा कर रहा हूं।यह निर्णय लेने से पहले मैंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मुलाकात की। ढाई घंटे तक राजनीतिक भूमिका पर चर्चा हुई। उन्होंने मेरे सामने कुछ प्रस्ताव रखे, मैंने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि, अगर चुनाव लड़ना है तो इस सीट पर महागठबंधन के मौजूदा सदस्य ही चुनाव लड़ेंगे।उनके द्वारा दिया गया दूसरा विकल्प मेरे और मेरे कार्यकर्ताओं के लिए व्यक्तिगत रूप से स्वीकार करने के लिए उपयुक्त नहीं था। राजनीति और सामाजिक सरोकारों में व्यक्तिगत मुद्दों से ज्यादा महत्वपूर्ण हमारे पीछे के लोगों का हित होता है। मैं गुरुवार को शरद पवार से मिलने सिल्वर ओक गया था।वहां डेढ़ घंटे तक विस्तृत चर्चा हुई। उस बैठक में सांसद सुप्रिया सुले मौजूद थीं।फोन पर जयंत पाटिल भी थे।उन्होंने बताया कि, पवार ने जोर देकर कहा कि आप हमारी पार्टी में शामिल हों। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने भी जोर देकर कहा कि एनसीपी को शरद पवार की पार्टी में शामिल होना चाहिए। इसलिए मैंने और हमारे सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल होने के फैसले की घोषणा की है।