नई दिल्ली: केन्द्रीय जीएसटी और राज्य जीएसटी से जुड़े प्राधिकरण कल यानी 07 दिसम्बर, 2019 को नए जीएसटी रिटर्न के लिए राष्ट्रव्यापी जीएसटी हितधारक फीडबैक दिवस मनाएंगे, ताकि 01 अप्रैल, 2010 से अमल में लाये जाने वाले नए जीएसटी रिटर्न के बारे में मौके पर ही आवश्यक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हो सकें। इसके तहत अनुपालन में हो रही आसानी के आकलन और इन नये रिटर्नों की अपलोडिंग पर फोकस किया जाएगा, ताकि जब ये रिटर्न वैधानिक दृष्टि से अनिवार्य हो जाएं, तो कारोबारियों को किसी भी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े। फीडबैक से जुड़े इन सत्रों में वाणिज्य एवं उद्योग जगत के सभी जाने-माने चैम्बर या मंडल और करदाताओं, टैक्स प्रैक्टिशनरों एवं अनुपालन प्रबंधकों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य संगठन भाग लेंगे। इस अवसर पर कर अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे, जो करदाताओं का मार्गदर्शन करेंगे और इसके साथ ही नए रिटर्नों को उपयोग में लाने के लिए उनकी सहायता करेंगे। जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) को लागू करने के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर करदाता परामर्श की व्यवस्था की गई है।
केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 16 नवंबर, 2019 को कुछ जीएसटी करदाताओं, चार्टर्ड एकाउंटेंटों और टैक्स प्रैक्टिशनरों को आमंत्रित किया था, ताकि विभिन्न जीएसटी रिटर्नों, विशेषकर 01 अप्रैल, 2020 से अमल में लाए जाने वाले नए रिटर्नों के बारे में प्राप्त आरंभिक प्रतिक्रियाओं का आकलन किया जा सके। कई उपयोगी सुझाव भी प्राप्त हुए थे।
सभी जीएसटी हितधारकों से अनुरोध किया गया है कि वे देश भर में मौजूद अपने निकटवर्ती सीजीएसटी अथवा एसजीएसटी कार्यालय में होने वाले इन फीडबैक सत्रों में सक्रियता के साथ भाग लें।
(Source: PIB)
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