नासिक: पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा की, चीनी मिलों को व्यवहार्य और लाभदायक बनाने के लिए चीनी मिलों को बायप्रोडक्ट्स बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि, चीनी मिलों को चीनी के अलावा बिजली, एथेनॉल और हाइड्रोजन का उत्पादन करना चाहिए। उन्होंने किसानों और आम लोगों के जीवन में बेहतरी के लिए बदलाव लाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सभी को प्रयास करने की जरूरत है। डिंडोरी तालुका के खेड़गांव में स्कूल की इमारत का उद्घाटन करते हुए पवार ने कहा कि, चुनौतियों का सामना करने के बावजूद नासिक के किसान खेती में प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमें किसानों के प्रति दायित्व की आवश्यकता है, भले ही हम सत्ता में हो या नहीं।
राकांपा प्रमुख पवार ने स्थानीय राकांपा नेता और कड़वा चीनी मिल के अध्यक्ष श्रीराम शेटे को भी सम्मानित किया, जो 75 वर्ष के हो गए हैं। उन्होंने कड़वा के माध्यम से बंद चीनी मिल को पुनर्जीवित करने के लिए शेटे की प्रशंसा की। इस बीच, नासिक चीनी सहकारी मिल (नी-सा-का) कर्मचारी संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने पवार से मुलाकात की, और पिछले कई वर्षों से बंद चीनी मिल के पुनरुद्धार के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की। पवार ने प्रतिनिधिमंडल को इस मुद्दे पर गौर करने का आश्वासन दिया।