कोल्हापुर : चीनी मंडी
पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने कहा कि, इस वर्ष भारी वर्षा के कारण गन्ने के उत्पादन में गिरावट आई है। गन्ना प्राप्त करने के लिए चीनी में बहुत बड़ी प्रतिस्पर्धा होगी और किसानों को इस प्रतियोगिता का लाभ उठाने की आवश्यकता है। शेट्टी आजरा में किसान भवन में आयोजित स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के कार्यकर्ताओं की बैठक में बोल रहे थे। 23 नवंबर को गन्ना सम्मेलन के मद्देनजर बैठक आयोजित की गई थी।
पश्चिमी महाराष्ट्र जिसे गन्ना बेल्ट के रूप में जाना जाता है, इस साल भारी वर्षा, ने बाढ़ के कारण गन्ने की हानि की है, और बारिश ने गन्ने के उत्पादन को कम कर दिया है। इस साल देश में गन्ने के उत्पादन में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जिसका चीनी उत्पादन पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि, गन्ने के उत्पादन की कमी और मांग में बढ़ोतरी के कारण, गन्ने को एफआरपी से भी ज्यादा मूल्य मिलने की संभावना बनी हुई है।
शेट्टी ने कहा की स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने एक कदम उठाया है कि, जब तक गन्ने का मूल्य तय नहीं किया जाता है, तब तक मिलों को चालू नहीं किया जाना चाहिए। 23 तारीख को गन्ना सम्मेलन में निर्णय के बाद ही मिलों के पेराई का फैसला लिया जाएगा। उन्होंने 23 तारीख को गन्ना सम्मेलन में भाग लेने के लिए आजरा तालुका के किसानों से अपील की। इस अवसर पर संगठन के राज्य सचिव राजेंद्र गड्डयानवार, आज़रा तालुका अध्यक्ष तानाजी देसाई, कृष्णा पाटिल, सेवानिवृत्त कांबले, अप्पासाहेब सरदेसाई, इंद्रजीत देसाई, पांडुरंग लोंढे के साथ स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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