अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी (Y.S. Jagan Mohan Reddy) ने बुधवार को उद्योग और बुनियादी ढांचा और निवेश विभाग (I&I) के अधिकारियों को निर्देश दिया कि, वे विशाखापत्तनम में नक्कापल्ली और श्रीकालहस्ती नोड्स के विकास पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने आदेश दिया कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को हर संभव सहायता दी जाए, जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में पर्याप्त योगदान देते हैं, और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि एमएसएमई को वह प्रोत्साहन मिले जिसके लिए वे पात्र है। जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि, एथेनॉल के उत्पादन के लिए चावल का उपयोग करने की आवश्यकता है। जगन मोहन रेड्डी ने आगे कहा कि हरित ऊर्जा परियोजनाएं बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करने और राज्य की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने वाली हैं। हरित हाइड्रोजन और अमोनिया के उत्पादन और पंप भंडारण जलविद्युत संयंत्रों की स्थापना पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
राज्य ने पिछले तीन वर्षों में औद्योगिक मोर्चे पर तेजी से प्रगति की है, जिसके दौरान 96 मेगा उद्योग और 28,247 एमएसएमई उद्योग खडे हुए है। उनमें किए गए निवेश की राशि लगभग 47,491 करोड़ और सृजित नौकरियों की संख्या 2,48,122 है। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री रेड्डी को बताया कि, देश और दुनियाभर के 92 उद्योग राज्य में 2,19.766 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए इच्छुक हैं। मुख्यमंत्री रेड्डी ने अधिकारियों को औद्योगिक पार्कों में प्रदूषण को रोकने पर ध्यान केंद्रित करने और उद्योगों, विशेष रूप से MSMEs को इसके मानदंडों का पालन करने और प्रौद्योगिकी उन्नयन में मदद करने की सलाह दी। उद्योग एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री गुडीवाड़ा अमरनाथ, विशेष मुख्य सचिव आर. करिकल वलावेन, उद्योग निदेशक जी. श्रीजाना, एपीआईआईसी के एमडी जे.वी.एन. सुब्रमण्यम, एपी मैरीटाइम बोर्ड के अध्यक्ष के वेंकट रेड्डी और सीईओ शान मोहन और एपी ट्रेड प्रमोशन कारपोरेशन के अध्यक्ष के रविचंद्र रेड्डी इस अवसर पर उपस्थित थे।