बारा: कलाइया में स्थानीय लोगों ने रिलायंस शुगर एंड केमिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड से प्रदुषण रोकने के साथ साथ मुआवजे की मांग की। आंदोलनकारियों ने दावा किया की, मिल से निकलने वाले प्रदुषणकारी रसायनों की वजह से स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। मिल प्रदूषण को कम करने और मुआवजे की मांग करते हुए श्रीपुर, मझौलिया और उत्तरजीतकाई जैसे स्थानों के सैकड़ों निवासी मिल के खिलाफ सडक पर उतरे, और मिल के सामने धरना दे रहे हैं।
आंदोलन की पैरवी कर रहे संघर्ष समिति के सदस्य इन्द्रदेव कुशवाहा ने कहा कि, लोग मिल से निकल रहें धुएं और राख के कारण बीमार हो रहे हैं, लेकिन मिल प्रशासन और उद्योग विभाग ने इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ नहीं किया है, इसलिए हमें मजबूरी में आंदोलन शुरू करना पड़ा। स्थानीय निवासी बीरेंद्र गोसाईं के अनुसार, औद्योगिक क्षेत्र में स्थानीय लोगों को आंखों में दर्द, सिरदर्द, दस्त और सांस की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लगभग सात साल पहले मिल के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय लोगों और उद्योग प्रबंधन के बीच 18-सूत्री समझौता हुआ था।
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