काठमांडू : महोत्तरी जिले के गन्ना किसानों ने चीनी मिलों से समय पर भुगतान मिलने से राहत की सांस ली है। खेतों से गन्ना आपूर्ति करने के एक सप्ताह के भीतर ही किसानों को भुगतान कर दिया गया। एवरेस्ट शुगर एंड केमिकल इंडस्ट्रीज ने किसानों से उत्पाद खरीदने के एक सप्ताह के भीतर ही भुगतान कर दिया। हालांकि, सरकार द्वारा गन्ने के लिए निर्धारित समर्थन मूल्य से किसानों में नाराजगी है। सरकार ने गन्ने के लिए 20 रुपये बढ़ाकर 585 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। इसके अलावा सरकार 70 रुपये प्रति क्विंटल अनुदान भी देती है। अनुदान राशि किसानों को दशईं और तिहार के त्योहारों के दौरान वितरित की जाती है। चीनी मिल ने पिछले तीन सप्ताह में तीन किस्तों में किसानों को भुगतान किया है।
भंगहा-4 के किसान अरुण गिरी ने कहा, हमें अपने बैंक खातों में भुगतान मिल गया है, जिससे हमें काफी राहत मिली है। इससे हमें गन्ने की खेती जारी रखने का प्रोत्साहन मिला है। इससे पहले किसानों को गन्ने का भुगतान पाने के लिए तीन साल तक इंतजार और संघर्ष करना पड़ता था। एवरेस्ट शुगर एंड केमिकल इंडस्ट्रीज के महाप्रबंधक सुरेंद्र शुक्ला ने बताया कि, उनकी कंपनी की नीति है कि हर पांच दिन में किसानों को उपज तौलने के बाद भुगतान किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि, कंपनी ने पिछले सप्ताह तक किसानों को 25 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है। महोतारी में इस साल गन्ने की खेती और उत्पादन का रकबा बढ़ा है। अब 9,000 बीघा जमीन पर गन्ने की खेती की जाती है, आने वाले सालों में इसमें और वृद्धि की उम्मीद है।