मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में कम से कम 42,000 किसानों ने बेहतर उपज के साथ नई फसल किस्म की शुरुआत के बाद पिछले पांच वर्षों में गन्ने की खेती की ओर रुख किया। इसके कारण गन्ने का रकबा और गन्ना उत्पादन में काफी उछाल देखा गया है। जिला गन्ना अधिकारी आर डी द्विवेदी ने कहा, पहले किसानों को एक बीघा जमीन से 50 क्विंटल मिलता था। अब उन्हें 70 क्विंटल मिल रहा है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि, 2015 में 1.6 लाख की तुलना में अब लगभग दो लाख किसान गन्ना उगा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, पेराई वर्ष 2016-17 में दर्ज गन्ना उत्पादन क्षेत्र 1,26,872 हेक्टेयर था, जो अब 2021-22 में 1,68,015 हेक्टेयर तक पहुंच गया है। पिछले पांच पेराई वर्षों के दौरान जिले में गन्ने की खेती के क्षेत्र में 42,596 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। जिले की आठ चीनी मिलों ने 2021-22 सीजन की पेराई की तैयारी शुरू कर दी है। इन मिलों द्वारा गन्ना किसानों को 2015-16 में 2,200 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। अब, पिछला भुगतान 2020-21 में 3,200 करोड़ था। गन्ने के भुगतान में पांच साल में 1,000 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।
व्हाट्सप्प पर चीनीमंडी के अपडेट्स प्राप्त करने के लिए, कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
WhatsApp Group Link