सीजन 2022-23: एनएफसीएसएफ का 334 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान

नई दिल्‍ली : इस साल देश भर की 463 चीनी मिलों ने गन्ने की पेराई की, जो पिछले साल की तुलना में 25 मिलें कम है। फरवरी के अंत में 2653 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 102 लाख टन अधिक है।इस सीजन में चीनी का उत्पादन 260 लाख टन हुआ, जो पिछले साल इसी तारीख को हुए उत्पादन से 7 लाख टन अधिक है। हालांकि, देश की औसत चीनी रिकवरी 9.78 फीसदी दर्ज की गई है, जो पिछले साल इसी तारीख को रिकॉर्ड की गई 9.93 फीसदी से 0.15 फीसदी कम है। फरवरी के अंत तक देश में 61 मिलों ने अपना सीजन पूरा कर लिया है और संभावना है कि देश की आधे से ज्यादा मिलों की पेराई सीजन मार्च के अंत तक पूरी हो जाएगी।नेशनल फेडरेशन ऑफ कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज (एनएफसीएसएफ) के अध्यक्ष श्री जयप्रकाश दांडेगावकर ने कहा, चालू सीजन 2022-23 के अंत तक 334 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान है, जो की पिछले सीजन की तुलना में 25 लाख टन कम रहने का अनुमान है।पिछले साल 359 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।

उन्होंने कहा, 334 लाख टन का शुद्ध चीनी उत्पादन एथेनॉल उत्पादन के लिए लगभग 45 लाख टन चीनी के डावर्जन के अतिरिक्त है। यानी देश में सकल चीनी उत्पादन 379 लाख टन रहने का अनुमान है। 275 लाख टन की वार्षिक स्थानीय खपत, सीजन की शुरुआत में 62 लाख टन के शुरुआती स्टॉक और 61 लाख टन के निर्यात के साथ, चीनी के अंत में लगभग 60 लाख टन चीनी बची रहेगी। चालू सीजन, जो अक्टूबर 2023 के बाद ढाई से तीन महीने की घरेलू आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम होगा नेशनल फेडरेशन ऑफ कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज के प्रबंध निदेशक श्री प्रकाश नाइकनवरे के मुताबिक ये अनुमानित आंकड़े चीनी की स्थानीय कीमतों को स्थिर रखने में योगदान देंगे।

पिछले साल, महाराष्ट्र के साथ-साथ पड़ोसी राज्य कर्नाटक, गुजरात में लंबे समय तक बारिश हुई थी। इसके अलावा, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2022 के दौरान बादलों के मौसम ने गन्ने के वजन और गन्ने में चीनी की मात्रा पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। लेकिन नए सीजन में पिछले साल की पेड़ी गन्ने की मात्रा कम होगी और इसका अनुकूल असर अगले साल देखने को मिलेगा।हालांकि अमेरिका के मौसम विभाग ने जुलाई के अंत तक एल नीनो के खतरे का संकेत दिया है।साथ ही, नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज ने विश्लेषण किया है कि 2023-24 के चीनी उत्पादन और पेराई सीजन पर अल नीनो के प्रतिकूल प्रभाव की बहुत कम संभावना है।

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here