नाइजीरिया अपने चीनी के उपयोग के लिए ज्यादातर बाहरी देशों पे निर्भर है और इसलिए चीनी आयात पर निर्भरता कम करना चाहता है। इसको लेकर देश घरेलु चीनी उत्पादन पर जोर दे रहा है ताकि अन्य देशो की मदद ना ली जाए।
नेशनल शुगर डेवलपमेंट कौंसिल (NSDC) के एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी, लतीफ़ बुसारी ने कहा की चीनी आयात में कमी और देश के घरेलु उत्पादन में वृद्धि से 56 मिलियन डॉलर का बचत होगा।
बुसारी ने चीनी नीति पर जोर दिया और कहा कि इसने देश में रोजगार पैदा किए हैं। इससे पहले, उन्होंने BUA और NETAFIM के बीच “गन्ना सिंचाई” समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए कहा था कि देश 2023 तक सफ़ेद चीनी उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा।
सरकार का कहना है की देश में चीनी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए वे हर तरह की मुमकिन सहायता की जायेगी। उन्होंने कहा कि देश में चीनी उद्योग के महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को इस क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए सभी समर्थन प्राप्त होंगे।
बुसारी के अनुसार, गोल्डन शुगर कंपनी, BUA इंटरनेशनल ग्रुप, और डंगोट शुगर इंडस्ट्री उद्योग में तीन प्रमुख ऑपरेटर हैं, और देश का ज्यादातर योगदान इनसे आता है।
सरकार की चीनी योजना, जो 2013 में शुरू हुई थी, का लक्ष्य 2023 तक लगभग 1.7 मिलियन मीट्रिक टन घरेलु चीनी उत्पादन हासिल करना है।
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