अबुजा: नाइजीरियाई विमानन मंत्री फेस्टस कीमो ने कहा कि, टिकाऊ विमानन ईंधन (SAF) वैश्विक आंदोलन होना चाहिए। उन्होंने कहा, पारंपरिक जेट ईंधन के जगह एसएएफ के इस्तेमाल से कार्बन उत्सर्जन कम होता है। दुबई में विमानन और वैकल्पिक ईंधन (CAAF/3) पर चल रहे तीसरे अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) सम्मेलन में कीमो बोल रहे थे। मंत्री कीमो ने कहा कि, विकसित देशों के लिए विकासशील देशों को साथ लिए बिना एसएएफ का इस्तेमाल करना अव्यावहारिक है। उन्होंने तर्क दिया कि, विकसित देशों के विमान विकासशील देशों के मार्गों का उपयोग करेंगे और उन्हें एसएएफ ईंधन भरने की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा कि, एसएएफ के विकास के लिए एक वैश्विक वित्त संरचना आवश्यक है।कीमो ने कहा, इस मुद्दे पर मेरा अंतिम विचार यह है कि किसी भी देश या क्षेत्र को किसी तकनीक के इस्तेमाल में पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। किसी भी देश को पीछे छोड़ना अव्यावहारिक है।उन्होंने दावा किया की, दुनिया के एक हिस्से के लिए जीवाश्म ईंधन का उपयोग करना और दुनिया के दूसरे हिस्से के लिए पूरी तरह से एसएएफ में स्थानांतरित होना असम्भव है।
उन्होंने सवाल किया की, विमान एक स्थान से दूसरे स्थान तक कैसे उड़ान भरेंगे, जब आप मेरे देश में आएंगे तो आप ईंधन कैसे भरेंगे? क्या आप ईंधन भरने के लिए अपना एसएएफ मेरे देश में लाएंगे, कैसे? इसलिए इसे उत्पादन के मामले में, विकास के मामले में, तैनाती के मामले में सभी देशों द्वारा एक वैश्विक आंदोलन बनना होगा।इसके लिए वैश्विक वित्तपोषण संरचना होनी चाहिए। विकसित देशों को अन्य विकासशील देशों और क्षेत्रों को साथ लेकर चलना होगा, क्योंकि यदि आप पूरी तरह से एसएएफ में स्थानांतरित हो गए हैं, जबकि आपने अन्य देशों को पीछे छोड़ दिया है तो यह विकसित राष्ट्र के प्रयासों को कमजोर कर देगा।