नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारत में फ्लेक्सी-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FFV-SHEV) पर अपनी तरह की पहली पायलट परियोजना टोयोटा कोरोला अल्टिस हाइब्रिड लॉन्च की है। पायलट प्रोजेक्ट का उद्देश्य एथेनॉल से चलने वाले फ्लेक्स ईंधन वाहनों के इस्तेमाल से प्रदूषण को कम करने के साथ-साथ पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता को कम करना है। फ्लेक्स ईंधन वाहन एक ही इंजन द्वारा संचालित होता है जो या तो पेट्रोल या एथेनॉल या दोनों के मिश्रण पर चल सकता है। एथेनॉल विश्व स्तर पर पेट्रोल का अधिक स्वच्छ विकल्प है और पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिलाने से ईंधन की कीमतें और प्रदूषण भी कम होता है।
इस अवसर पर बोलते हुए, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, भारत में प्रदूषण एक बड़ी चिंता है और परिवहन क्षेत्र प्रदूषण में योगदान दे रहा है, इसलिए एथेनॉल और मेथनॉल जैसे जैव ईंधन पर चलने वाले वाहनों और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, एथेनॉल विश्व स्तर पर उपयोग किया जाने वाला एक प्रमुख वैकल्पिक ईंधन है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि, पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण अगले 40 दिन दिल्ली के लिए सबसे कठिन समय होगा। यादव ने कहा, हम इस साल मशीनीकरण से 24 लाख टन पराली का प्रबंधन कर सकते हैं।भारत सरकार फ्लेक्स ईंधन वाहनों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है और भारत में फ्लेक्स ईंधन का उत्पादन शुरू कर दिया है।