काठमांडू, 27 दिसंबर: नेपाल सरकार ने पेराई सत्र 2019-20 के लिए गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया है तथा इसे पिछले साल की तरह 536.56 रुपये प्रति क्विंटल पर ही स्थिर रखा, जिसमें प्रति क्विंटल 65.28 रुपये की सब्सिडी शामिल है। इससे इस साल कीमत बढ़ने की उम्मीद लगाये बैठे देश के किसानों को निराशा हुई है, हालांकि सरकार ने दावा किया कि चीनी मिलों और किसानों की सहमति से न्यूनतम मूल्य तय किया गया है।
नेपाल के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि सोमवार को संपन्न कैबिनेट की बैठक में गन्ने का न्यूनतम मूल्य और सब्सिडी तय की गई। न्यूनतम मूल्य में गन्ने की उत्पादन लागत, परिवहन किराया, लाभ और सरकार द्वारा घोषित सब्सिडी शामिल हैं। कृषि और पशुधन विकास मंत्रालय की सिफारिश पर हर पेराई सत्र से पहले गन्ना मूल्य घोषित की जाती है। इस साल इसमें करीब एक महीने की देरी हुई। किसानों और चीनी उत्पादकों के बीच टकराव ख़त्म करने के लिए पिछले कुछ वर्षों से नेपाल सरकार हर साल गन्ने का मूल्य तय करती है।