चंडीगढ़ : 2019-20 के पेराई सत्र के लिए पंजाब में गन्ने की स्टेट एडवाईसड प्राइस (SAP) में कोई बदलाव नहीं होगा। राज्य में उगाए जाने वाले गन्ने की तीन अलग-अलग किस्में 295 रुपये, 300 रुपये और 310 रुपये प्रति क्विंटल में बिकेंगी। यह लगातार दूसरा वर्ष है, जब राज्य द्वारा गन्ने की कीमतों में संशोधन नहीं किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा भी 2019-20 सीज़न के लिए गन्ने के उचित और पारिश्रमिक मूल्य (FRP) को अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया गया था। पिछले साल, न्यूनतम एफआरपी को 10 प्रतिशत की बेस रिकवरी दर के साथ 275 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया था। 2009-10 के बाद यह पहली बार होगा जब सरकार ने एफआरपी नहीं बढाई है।
पिछले साल, पंजाब में सात निजी चीनी मिलों ने, जो 70 प्रतिशत से ज्यादा गन्ना पेराई करती है, उन्होंने ‘SAP’ देने से साफ इनकार कर दिया था, और दावा किया कि चीनी की कीमतें 2,900 रुपये प्रति क्विंटल तक कम थीं। जिससे उन्हे काफी नुकसान उठाना पडा था।
गन्ना मूल्य आमतौर पर उत्पादन की वास्तविक लागत, चीनी की मांग-आपूर्ति, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कीमतों, अंतर-फसल मूल्य समता, चीनी के प्राथमिक उप-उत्पादों की कीमतों और संभावित प्रभाव को ध्यान में रखते हुए तय किया जाता है।
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