नई दिल्ली : रॉयटर्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, ईडी एंड एफ मैन कमोडिटीज (ED&F Man Commodities) के अनुसंधान प्रमुख कोना हक (Kona Haque) ने कहा कि, पिछले साल की तुलना में चीनी उत्पादन में अनुमानित गिरावट के चलते भारत द्वारा 2023-24 सीज़न में चीनी निर्यात करने की संभावना नहीं है।
लगभग एक महीने पहले सरकारी सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया था कि, भारत अक्टूबर से शुरू होने वाले अगले सीज़न में मिलों को चीनी निर्यात करने से प्रतिबंधित कर सकता है, जिससे बारिश में कमी के कारण गन्ने की पैदावार में कमी के कारण सात साल में पहली बार शिपमेंट रुक जाएगा।
विश्व बाजार में भारत की अनुपस्थिति से न्यूयॉर्क और लंदन में बेंचमार्क कीमतें बढ़ने की संभावना होगी, जो पहले से ही कई वर्षों के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही हैं, जिससे वैश्विक खाद्य बाजारों में मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका पैदा हो जाएगी। चीनी उद्योग से जुड़े एक एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पिछले महीने रॉयटर्स को बताया था कि, कम बारिश से 2023-24 सीज़न में चीनी उत्पादन में कटौती होगी और यहां तक कि 2024-25 सीज़न के लिए रोपण भी कम हो जाएगा।
हक ने कहा कि, 2024-25 सीजन के दौरान भी भारत के चीनी उत्पादन को लेकर ‘चिंताएं’ थीं। भारत के खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि, चीनी उत्पादन घरेलू मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा क्योंकि सितंबर में अच्छी बारिश से उत्पादन में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि, सरकार कीमतों को कम करने के लिए मिलों को चीनी का अतिरिक्त स्टॉक स्थानीय बाजारों में बेचने के लिए कहेगी।वैश्विक चीनी कीमतें इस चिंता के कारण बढ़ी है कि अल नीनो मौसम पैटर्न से जुड़े सामान्य से अधिक शुष्क मौसम के कारण शीर्ष उत्पादक भारत और थाईलैंड में उत्पादन कम हो सकता है।