नई दिल्ली : खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने गुरुवार को कहा कि, चालू आपूर्ति वर्ष 2023-24 में एथेनॉल बनाने के लिए चीनी के और अधिक उपयोग की अनुमति देने का कोई प्रस्ताव नहीं है। पिछले साल दिसंबर में, सरकार ने चालू 2023-24 आपूर्ति वर्ष (नवंबर-अक्टूबर) के लिए चीनी के डायवर्सन की सीमा 17 लाख टन तय की थी। इसने एथेनॉल बनाने के लिए समग्र सीमा के भीतर गन्ने के रस और बी-हेवी मोलासेस दोनों के उपयोग की अनुमति दी।
चोपड़ा ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, एथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी के और अधिक उपयोग की अनुमति देने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
सरकार एथेनॉल उत्पादन बढ़ाने और बाजार में मिठास की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चीनी के विकल्प के रूप में मक्के के उपयोग को बढ़ावा दे रही है।उन्होंने कहा कि, सहकारी समितियों नेफेड (Nafed) और एनसीसीएफ (NCCF) को इस साल एथेनॉल निर्माताओं को आधार मूल्य 2,291 रुपये प्रति क्विंटल पर मक्का बेचने की अनुमति दी गई है।