कोल्हापुर: स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता, पूर्व सांसद राजू शेट्टी को गन्ने की कीमतों को लेकर मिल मालिकों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है, जिसके कारण उन्होंने चीनी मिलों में गन्ना परिवहन बंद रखने का फैसला किया है। शेट्टी ने पिछले साल गन्ने की कटाई के लिए 400 रुपये प्रति टन अतिरिक्त राशि की मांग की है। उन्होंने वर्तमान पेराई सत्र के लिए किसानों की ओर से 3500 रुपये प्रति टन की मांग की है। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के कार्यकर्ताओं ने मिलों के गन्ना परिवहन में बाधा डालना जारी रखा है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मंत्री हसन मुश्रीफ ने शेट्टी से विरोध समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा है कि, यह आंदोलन तेज करने का सही समय नहीं है। कोल्हापुर की मिलें राज्य में गन्ने की सबसे अधिक कीमत देते हैं। मंत्री मुश्रीफ ने आगे कहा की, मैं जिला केंद्रीय सहकारी बैंक का अध्यक्ष भी हूं और मुझे मिलों के कर्ज के आंकड़े पता हैं।स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने कोल्हापुर, सांगली और सतारा जिलों में आंदोलन तेज कर दिया है, जिससे चीनी मिलों की पेराई प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। राज्य सरकार ने अभी तक इस आंदोलन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है।