बिजनौर, उत्तर प्रदेश: कोरोना महामारी के कारण चीनी मिलों के पेराई सत्र पर असर पडा है और समय पर गन्ना नहीं आने से थोड़ासा लंबा भी होता जा रहा है। चीनी की मांग भी कमजोर होने लगी है। नतीजन चीनी मिलों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो चुकी है। बिजनौर में 9 चीनी मिलें हैं। इनमें से छह चीनी मिलों को गन्ना किसानों के पेमेंट 14 दिन के समयसीमा के अंदर करने को कहा गया है। और इसी के संबंध में इन्हे नोटिस भी जारी की गई है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पेमेंट की डिफॉल्टर चीनी मिलों में स्योहारा चीनी मिल, बिलाई चीनी मिल, बरकातपुर चीनी मिल, बुंदकी चीनी मिल, चांदपुर चीनी मिल और बिजनौर चीनी मिल शामिल हैं। इन मिलों को कहा गया है की वे किसानों का गन्ना बकाया भुगतान करे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की सभी चीनी मिलों में अभी भी पेराई हो रही है। लेकिन मांग की कमी के कारण चीनी की सप्लाई नहीं हो रही है। इससे मिलों को पैसे नहीं मिल रहे और न ही चीनी मिलें किसानों को पैसे दे पा रही हैं। वैसे कोरोना महामारी के दौरान चीनी मिलें अपने गन्ना किसानों को पूरा ख्याल रख रही है। उनके सैनिटाइजेशन का काम कर रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी चीनी मिलों को कोरोना से बचाव और रोकथाम के लिए समुचित व्यवस्था करने को कहा है। चीनी मिलों ने आगे बढ़कर न केवल किसानों बल्कि मिल के आसपास के सारे इलाकों के सैनिटाइजेशन का जिम्मा भी उठा लिया है ताकि कोरोना से लड़ा जा सके।
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