पुणे : चीनी मंडी
गन्ना, सदस्यता और मिलों के पेराई का सटीक अनुमान सुनिश्चित करने के लिए चीनी आयुक्त ने गन्ना क्षेत्रों के ऑनलाइन सत्यापन की एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की है। यदि एक एकल सदस्य दो अलग-अलग मिलों में अपने नाम का पंजीकरण किया होगा, तो दो बार पंजीकृत होने वाले किसानों की जानकारी उपलब्ध होगी। इससे मिलों द्वारा सटीक गन्ना फसल की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। नतीजतन, बुवाई के मौसम के अधिक सटीक पूर्वानुमान संभव हो जाएंगे, और इसी तरह सरकार को नीति बनाने में मदद मिलेगी।
सूखे के दौरान, कुछ मिलों द्वारा दूसरे मिल का गन्ना क्षेत्र दिखाने की प्रवृत्ति होती है। इससे प्लानिंग में गलती भी हो सकती है। इस बारे में, चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा, “मिल के क्षेत्र में गन्ने का सही अनुमान सुनिश्चित करने के लिए आगामी सत्र से गन्ने के खेत को ऑनलाइन सत्यापित किया जाएगा। जिससे एक किसान कितने मिलों को गन्ना देता हैं, उसका गन्ना फसल क्षेत्रफल कितना है, इसका पता चलेगा। गांव-वार गन्ना क्षेत्र की जानकारी रखी जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट इस आने वाले सीजन में शुरू होगा। परियोजना अगले आठ दिनों में शुरू होगी। इस प्रकार, गन्ना किसान, उनका गन्ना क्षेत्र और वो गन्ना भेजने वाले मिलों के बारे में जान सकते हैं। इससे गन्ने के उत्पादन की भविष्यवाणी करना अधिक सटीक होगा।
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