कभी उच्च गुणवत्ता वाली चीनी उत्पादक मिल के रूप में जानी जाने वाली, कटक जिले के सुनापाल में बारंबा चीनी मिल (Baramba Sugar Mill) की नीलामी होने वाली है, क्योंकि यूनियन बैंक ने इसके संदर्भ में मिल के चारदीवारी पर एक नोटिस लगा दिया है।
ओडिशा TV के मुताबिक, चीनी मिल सैकड़ों लोगों के लिए आजीविका का स्रोत हुआ करता था। व्याकुल स्थानीय निवासियों ने मिल को बचाने के लिए सरकार और राजनीतिक नेताओं से आगे आने का आग्रह किया है।
स्थानीय निवासी ने कहा कि इस मिल द्वारा उत्पादित चीनी की गुणवत्ता को देश में नंबर एक गुणवत्ता माना जाता था। और हम ओडिशा के लोगों को मिल पर गर्व था। लेकिन बड़ी चिंता की बात है कि इसकी नीलामी होने जा रही है।
उन्होंने कहा, “तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1984 में इस मिल की आधारशिला रखी थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक और अन्य कांग्रेस की दूरदर्शिता की बदौलत कृषि आधारित उद्योग स्थापित हो सका था।”
निवासीयों के मुताबिक, एक जन आंदोलन ही मिल को बचा सकता है। हम अपने स्थानीय विधायक से अनुरोध करना चाहते है कि 27 करोड़ रुपये देकर मिल को बचाएं और इसे चलाएं।