नई दिल्ली : तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने ऑटो ईंधन के साथ सम्मिश्रण के लिए लगभग 112 करोड़ लीटर एथेनॉल (denatured anhydrous ethanol) के अनुबंध के लिए मंगलवार को एक निविदा जारी की। निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 20 जून है। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2021-22 में एथेनॉल की आपूर्ति के लिए निविदा जारी की है, जो नवंबर में समाप्त हो रही है। 5 जून तक, OMCs ने 443.24 करोड़ लीटर के लिए संचयी रूप से Letter of Intent (LoIs) जारी किए हैं। इसमें से लगभग 439.80 करोड़ लीटर का अनुबंध किया गया है और 224.93 करोड़ लीटर की डिलीवरी की गई है।
द हिन्दू बिजनेस लाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, 5 जून तक गन्ने के रस से बने एथेनॉल के लिए 79.27 करोड़ लीटर के लिए LoIs जारी किए गए थे, जबकि लगभग 79 करोड़ लीटर के लिए अनुबंध किया गया था और 64.78 करोड़ लीटर के लिए रसीदें जारी की गई थीं। बी-हैवी मोलासेस के मामले में, 269.62 करोड़ लीटर के लिए LoIs जारी किए गए थे, जिसमें से 265.98 करोड़ लीटर अनुबंधित थे और 127.10 करोड़ लीटर के लिए रसीदें जारी की गई थीं। सी-हैवी मोलासेस के लिए, 13.32 करोड़ लीटर के लिए LoIs जारी किए गए, जबकि 12.70 करोड़ लीटर अनुबंधित किए गए और 6.31 करोड़ लीटर के लिए रसीदें जारी की गईं।
क्षतिग्रस्त खाद्यान्न से बने एथेनॉल के लिए तेल विपणन कंपनियों ने 43.65 करोड़ लीटर के लिए LoIs जारी किए हैं और इसमें से 36.88 करोड़ लीटर का अनुबंध किया गया है, जबकि 12.13 करोड़ लीटर की रसीदें जारी की गई हैं।
5 जून तक, OMCs ने 10.04 प्रतिशत का सम्मिश्रण हासिल किया है। भारत पहले ही पांच से छह महीने पहले ही 10 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को पार कर चुका है। इस संबंध में घोषणा 5 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, देश के चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल उपलब्ध होगा।