सरकार ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2025-26 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा है और जल्द ही इसे हासिल कर लिया जाएगा।
वर्तमान ESY में, पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 28 फरवरी 2025 तक 17.98% तक पहुंच गया। मंत्री के अनुसार, फरवरी 2025 के महीने के लिए, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने 19.68% की एथेनॉल मिश्रण दर हासिल की।
लोकसभा में एक अतारांकित प्रश्न के उत्तर में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री सुरेश गोपी ने कहा की सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियों ने ESY 2023-24 में पेट्रोल में एथेनॉल ब्लेंडिंग 14.60% और ESY 2024-25 में 28 फरवरी 2025 तक 17.98% एथेनॉल मिश्रण हासिल किया है। फरवरी 2025 के महीने के लिए, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा 19.68% एथेनॉल मिश्रण हासिल किया गया था।
उन्होंने भारत की ऊर्जा सुरक्षा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन और किसानों की आय पर बढ़े हुए एथेनॉल मिश्रण के अनुमानित प्रभाव का उत्तर देते हुए कहा की जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति-2018 जैव ईंधन के संबंध में मंत्रालयों/विभागों/राज्यों सहित सभी हितधारकों की भूमिका और जिम्मेदारियों को निर्धारित करती है। यह जैव ईंधन कार्यक्रमों के समग्र समन्वय, प्रभावी अंत-से-अंत कार्यान्वयन और निगरानी के लिए एक संस्थागत तंत्र भी प्रदान करती है। विभिन्न राज्य सरकारें भी एथेनॉल उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करती हैं। ईबीपी कार्यक्रम के तहत, 2014-15 से, सार्वजनिक क्षेत्र की OMCs द्वारा पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण के परिणामस्वरूप 1,20,000 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है, लगभग 626 लाख मीट्रिक टन शुद्ध CO2 में कमी आई है और जनवरी 2025 तक किसानों को 1,04,000 करोड़ रुपये से अधिक का त्वरित भुगतान हुआ है।