कोल्हापुर: देश भर की कई चीनी मिलों ने गन्ना पेराई खत्म कर दिया है। कर्नाटक में, सभी 63 चीनी मिलों ने अपना परिचालन बंद कर दिया है। जबकि दो प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र में अभी भी चीनी मिलें चल रही हैं।
महाराष्ट्र की बात करें तो गन्ना पेराई सत्र अंतिम चरण में है। ISMA के अनुसार, 136 मिलों ने पहले ही अपने पेराई कार्यों को बंद कर दिया है और राज्य में 15 अप्रैल तक केवल 10 चीनी मिलें चालू है। राज्य में अब तक 15 अप्रैल तक मिलों ने 60.12 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 106.71 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया था। कुल मिलाकर 146 चीनी मिलें, जिनमें 67 निजी चीनी मिलें और 79 सहकारी चीनी मिलें शामिल हैं, ने महाराष्ट्र में पेराई सत्र 2019-20 में भाग लिया था।
रिपोर्टों के अनुसार, चीनी मिलें यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही हैं कि वे सभी उपलब्ध गन्ने का पेराई करे ताकि किसानों को नुकसान न उठाना पड़े। गन्ने की जहां भी उपलब्धता है, उन क्षेत्रों में मिलें चल रही हैं।
ISMA के अनुसार, इस सीजन में चीनी उत्पादन 15 अप्रैल, 2020 तक 247.80 लाख टन हुआ है। जब की पिछले सीजन में इसी समय में 311.75 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ था। इस सीजन में 15 अप्रैल, 2020 तक 139 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थीं, जब की पिछले साल 15 अप्रैल, 2019 तक 172 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थीं।
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