चंडीगढ़: हरियाणा में गन्ना मूल्य का मुद्दा अब अहम् बन चूका है जिसको लेकर किसान के साथ साथ विपक्षी नेता भी सरकार को इस विषय पर हमला कर रहे है। हालही में पेश हुए बजट में गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाने को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है।
विधानसभा में वित्त मंत्री के रूप में पहला बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उनकी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि क्षेत्र का भविष्य संवारने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जैविक और प्राकृतिक खेती पर जोर देते हुए किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा भी की।
विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने बजट को किसानों के लिए ‘किसी काम का नहीं’ करार देते हुए कहा कि इसमें राज्य के संकटग्रस्त किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। यहां तक कि भारी वित्तीय संकट से गुजर रहे गन्ना किसानों के भले के लिए गन्ने का मूल्य तक सरकार ने नहीं बढ़ाया जबकि उर्वरक, कीटनाशक, ट्रैक्टर आदि के दाम काफी बढ़ गए हैं, जिससे उत्पादन की लागत भी कई बढ़ गई है। फिर सरकार किस मुंह से किसानों की हितैषी होने के झूटे दावे करती रही है। उन्होंने बताया कि जब वे हरियाणा के सीएम थे तब 2005 से 2014 तक उर्वरकों, कीटनाशकों और ट्रैक्टरों पर कोई टैक्स नहीं था, लेकिन अब इन सभी पर जीएसटी लगा दिया गया है।
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