फगवाड़ा (पंजाब): भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू), दोआबा के बैनर तले गन्ना किसानों का अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा, जबकि कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुदियां ने गुरुवार को मोहाली बैठक में किसानों को 41.72 करोड़ रुपये की बकाया राशि के शीघ्र भुगतान का आश्वासन दिया था।
द ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कपूरथला के उपायुक्त (डीसी) करनैल सिंह ने शुक्रवार को फगवाड़ा के अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) अमित कुमार पांचाल को अगले आदेश तक पुलिस की मदद से गोल्डन संधार चीनी मिल को तत्काल प्रभाव से सील करने का निर्देश दिया। डीसी ने एडीसी को मिल सील कर तुरंत उन्हें सूचित करने का भी निर्देश दिया।
निर्देश मिलने के बाद एडीसी ने फगवाड़ा के एसडीएम जय इंद्र सिंह को डीसी के आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। बीकेयू (दोआबा) के महासचिव सतनाम सिंह साहनी ने कहा कि, उनकी मांगें माने जाने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। पंजाब शुगरफेड के अध्यक्ष नवदीप सिंह जीदा, कृषि निदेशक जसवंत सिंह और कपूरथला जिले के अधिकारियों ने गुरुवार को मोहाली के खेती भवन में बीकेयू यूनियन (दोआबा) के अध्यक्ष मंजीत सिंह राय के नेतृत्व में गन्ना किसानों के साथ बैठक की।
गन्ना किसानों की मांगो पर प्रतिक्रिया देते हुए कृषि मंत्री ने कपूरथला डीसी को डिफॉल्टर चीनी मिल मालिकों की संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कपूरथला जिले के अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि, गन्ना किसानों के सभी लंबित बकाए का भुगतान समयबद्ध तरीके से किया जाए। उन्होंनें कहा, किसानों को डिफॉल्टर मिल मालिकों के हाथों परेशान नहीं होने दिया जाएगा, और राज्य सरकार उनके साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा कि, डिफॉल्टर मिल मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की जाएगी, जो गन्ना किसानों को 41.72 करोड़ रुपये का भुगतान करने की अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे है।