शामली : गन्ना बकाया भुगतान को लेकर किसान आक्रामक हो गये है, बावजूद इसके मिलों द्वारा भुगतान में आनाकानी की जा रही है। सर्व खाप समन्वय समिति किसान मंच के बैनर तले किसानों का बेमियादी धरना सातवें दिन भी जारी रहा। छठे दिन क्रमिक अनशन पर पांच किसान रहे।खाप चौधरियों ने चेतावनी दी कि, जिले की चीनी मिले यदि संपूर्ण गन्ना भुगतान नहीं करती है कि भुगतान न करने वाली अन्य चीनी मिलों के बाहर भी धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आपको बता दे की, शामली 213 करोड़ रुपये, थानाभवन 112 करोड़ रुपये और ऊन मिल पर 58 करोड़ रुपये का बकाया है। गन्ना विभाग और जिला प्रशासन के बार बार निर्देशों के बावजूद यह चीनी मिलें शत प्रतिशत भुगतान करने में नाकाम हुई है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, रविवार को शामली गन्ना सहकारी समिति कार्यालय परिसर में सर्व खाप समन्वय समिति किसान मंच के आह्वान पर किसानों, खाप चौधरियों के छठे दिन क्रमिक अनशन पर चोप सिंह सिलावर, नरेंद्र सिंह मलिक, विनोद उपाध्याय बरलाजट, मनोज कुमार सिलावर, विनोद तरार सिलावर रहे। बाबा संजय कालखंडे ने कहा कि, शामली मिल के अधिकारी 21 सितंबर से वर्ष 2022-23 के पेराई सत्र का बकाया गन्ना भुगतान शुरू करने और नया पेराई सत्र शुरु होने तक सपूंर्ण भुगतान करने का आश्वासन दे रहे है। शोकेंद्र सिंह ने कहा कि, मिल के इस निर्णय ने किसानों के धैर्य पर सीधा आघात किया है। सर्वखाप समन्वय किसान मंच के अध्यक्ष मास्टर संजीव सिलावर ने कहा कि, अब किसानों के धैर्य का बांध टूट चुका है। धरने में यशपाल शेखपुरा, देवेंद्र सिलावर, सतबीर नरवाल, बलराज, ईश्वर बनत, रोहताश लिलोन, देवराज बनत, अजित, बाबूराम, ओमकार आदि किसान मौजूद रहे।