सूरत: चीनी मंडी
सुरत के 1,000 से अधिक व्यापारी नकली बिल बनाने के मामलें में स्टेट गुड्स एंड सर्विस टैक्स (एसजीएसटी) विभाग की जांच के दायरे में हैं। एसजीएसटी विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को कारोबार करने वाले व्यापारियों के 62 कार्यालयों और दुकानों पर छापा मारा है। शहर में कपड़ा, स्क्रैप, टाइल्स, मशीनरी, और यार्न व्यापारियों ने फर्जी बिलिंग के जरिये 100 करोड़ रुपये के कर वसूले हैं। एसजीएसटी विभाग छापे के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों की पुष्टि कर रहा है।
विभाग ने घोटाले में शामिल राज्य भर की 282 फर्मों के खिलाफ जांच शुरू की है। सूत्रों ने कहा कि, बाजार में संगठित खिलाड़ी उन लोगों के नाम पर जीएसटी पंजीकरण करते हैं, जो व्यापारियों के सामानों की नकली आवाजाही दिखाने और फर्जी खरीद चालान कमीशन के आधार पर व्यापारियों को बेचे जाते हैं। अगर मान लें कि कोई व्यापारी 5 लाख रुपये का फर्जी चालान चाहता है, तो उसे कुल चालान राशि पर 10% से लेकर 15% तक कमीशन देना होगा। वास्तविक व्यापारी तब इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करेगा और करों से बच निकलेगा।