लाहौर : लाहौर चैंबर के सदस्यों वाले प्रोग्रेसिव ग्रुप ने चीनी की रोजाना बढ़ती कीमतों पर चिंता व्यक्त की है और सरकार से चीनी के आगे निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। प्रोग्रेसिव ग्रुप के अध्यक्ष खालिद उस्मान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुहम्मद अरशद चौधरी और एलसीसीआई कार्यकारी समिति के सदस्य मुहम्मद इजाज तनवीर और हाजी रियाज उल हसन ने संयुक्त बयान में कहा कि, चीनी की बेलगाम बढ़ती कीमतें न केवल उद्योगों को बल्कि आम लोगों को भी प्रभावित कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि, खाद्य-संबंधी उद्योग, होटल, रेस्तरां, पेय पदार्थ और सबसे अधिक कन्फेक्शनरी क्षेत्र इससे प्रभावित हो रहे हैं और यह सीधे तौर पर इन उद्योगों से जुड़े उत्पादों को आम आदमी की पहुंच से दूर कर रहा है। प्रोग्रेसिव ग्रुप के नेताओं ने आगे कहा कि, चीनी की बढ़ती कीमतों के पीछे सिर्फ चीनी माफिया ही नहीं, बल्कि जमाखोर भी हैं और सरकार को इस पर कड़ा संज्ञान लेना चाहिए।
महंगाई पहले से ही बढ़ रही है और इसका असर आम आदमी के घरेलू बजट पर पड़ रहा है।उन्होंने यह भी कहा कि, चीनी के अनियंत्रित निर्यात के कारण न केवल कीमतें बढ़ रही है, बल्कि इसकी कमी की आशंका भी बढ़ रही है और ऐसे में सरकार को चीनी का आयात करना होगा जो देश के खजाने पर और राष्ट्रीय विदेशी मुद्रा भंडार पर बोझ है।