लाहौर: चीनी मिलर्स ने गन्ना मोलासिस के निर्यात पर 50 प्रतिशत नियामक शुल्क लगाने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि, इससे उद्योग और किसानों को नुकसान होगा। पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन (PSMA) पंजाब जोन ने एक बयान में कहा कि, प्रस्तावित शुल्क से मोलासिस का निर्यात अप्रतिस्पर्धी हो जाएगा और चीनी क्षेत्र की लाभप्रदता कम हो जाएगी।
पीएसएमए प्रवक्ता ने कहा, 50 प्रतिशत नियामक शुल्क लगाने से न केवल चीनी उद्योग को नुकसान होगा, बल्कि भविष्य में गन्ना किसानों को गन्ने का उचित मूल्य भी नहीं मिल पाएगा। गैर-डिस्टिलरी चीनी मिलों ने यह भी मांग की कि, निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पहले से लगाए गए 15 प्रतिशत नियामक शुल्क को हटा दिया जाए।प्रवक्ता ने आगे कहा कि, मोलासिस का निर्यात करना अधिक फायदेमंद है और इससे देश में अधिक विदेशी मुद्रा आएगी।