मौसम विभाग(IMD) ने जानकारी दी कि मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में तूफान बिपोर्जॉय के प्रभाव के कारण कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम भारी बारिश होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी दी कि बिपोर्जॉय तूफान की गंभीरता ने पर्यावरणीय क्षेत्रों में गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भूमि पर आने के बाद ‘अत्यंत गंभीर’ श्रेणी से ‘गंभीर’ रूप ले लियाहै। तूफान सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र की ओर मुख्य हो गया है जिसके कारण राजस्थान में शुक्रवार को भारी बारिश की उम्मीद बताई गई है।
IMD भोपाल के मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने कहा कि, अभी तक मध्य प्रदेश में बिपोर्जॉय तूफान का ऐसा कोई प्रभाव नहीं है। 16 और 17 जून के बाद यह राजस्थान पर अपना प्रभाव डालेगा और 18 और 19 जून के बाद, जब यह कमजोर दबाव बन जाएगा,जिसके बाद उत्तरी मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई है और गर्मी का दौर भी चल रहा है। उन्होंने बताया कि टीकमगढ़ में पिछले 24 घंटों में 43 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है, जिसके बाद 72 घंटों के बाद तापमान के 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक कम होने की उम्मीद है।
तूफान बिपोर्जॉय ने गुजरात के मोरबी जिले में 115-120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बारिश और तेज हवाओं का सामना किया, तूफान बिपोर्जॉय के गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भूमि पर आने के बाद शुक्रवार की शाम को 300 से अधिक बिजली के स्तंभों को नष्ट किया गया और लगभग 45 गांवों में बिजली की आपूर्ति में बाधा हुई।