मुंबई, 30 मार्च: कोरोना वायरस का प्रभाव पुरे विश्व पर दिख रहा है। भारत भी इसके चपेट में आया है। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कहा की कोरोना वायरस का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर हो सकता है और इसके लिए सभी को तैयार रहना चाहिए, क्योंकि कोरोनावायरस महामारी के कारण देशभर के बिजनेस प्रतिष्ठानों में कामकाज नहीं हो रहा है। उन्होए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति गंभीर दिख रही है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसका जीडीपी पर असर होगा और वह घटकर दो प्रतिशत पर आ सकती है। पवार फेसबुक पर लोगों से लाइव बातचीत कर रहे थे।
पवार ने लोगों से अनावश्यक खर्च रोकने और कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लोगों को घर पर रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आप सभी घर में रहें और पुलिस को सहयोग करें।
फेसबुक पर एक यूजर द्वारा आर्थिक संकट के बारे में पूछे गये एक सवाल पर पवार ने कहा कि मौजूदा महामारी में सभी कारोबारी गतिविधियां रुक गई हैं और इससे हमारी अर्थव्यवस्था भी प्रभावित रहेगी। उन्होंने कहा कि हमें चीजों को गंभीरता से लेने की जरूरत है, खासकर युवाओं को जो बिना किसी वैध कारण के सड़कों पर उतरते पाए जाते हैं। महाराष्ट्र सरकार के मैच्योर अप्रोच को उसकी कमजोरी नहीं मानना चाहिए।
राकांपा प्रमुख ने कहा कि वैसे तो राज्य सरकार के पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार है और मैंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल को इनका अधिक से अधिक लोगों में इसका वितरण करने को कहा है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं हैं, और उन्हें खाद्यान्न की जरुरत होगी तो सरकार उन्हें भी अनाज और जरुरी चीजें मुहैया कराएगी।
पवार ने कहा, चीनी मिलों के मालिकों को अगले दो-तीन हफ्तों के लिए मिल परिसर में, फसल की कटाई में लगे मजदूरों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है क्योंकि लॉक डाउन के कारण श्रमिक घर नहीं लौट सकते हैं।
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