लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब गन्ना पेराई सीजन समाप्त होने की कगार पर है, और राज्य सरकार द्वारा गन्ना बकाया भुगतान जल्द से जल्द कराने की कवायद तेज हो गई है। गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने अधिकारियों व चीनी मिलों के प्रधान प्रबंधकों से बकाया भुगतान प्राथमिकता पर कराने के निर्देश दिए है। साथ ही उन्होंने चीनी मिलों की मरम्मत व रखरखाव का कार्य गुणवत्ता व मानकों के आधार पर करने का सुझाव दिया है।
एक ट्वीट में उन्होंने कहा की “लखनऊ में गत दिवस बैठक में विभागीय कार्यो की समीक्षा की। बैठक में सहकारी एवं निगम क्षेत्र की चीनी मिलों को अवशेष गन्ना मूल्य के भुगतान को प्राथमिकता पर पूर्ण करने व चीनी मिलों की मरम्मत एवं रखरखाव का कार्य मानकों के आधार पर करने के निर्देश दिए।”
लखनऊ में गत दिवस बैठक में विभागीय कार्यो की समीक्षा की । बैठक में सहकारी एवं निगम क्षेत्र की चीनी मिलों को अवशेष गन्ना मूल्य के भुगतान को प्राथमिकता पर पूर्ण करने व चीनी मिलों की मरम्मत एवं रखरखाव का कार्य मानकों के आधार पर करने के निर्देश दिए। pic.twitter.com/bOP5YelqWo
— Laxmi N Chaudhary (@ncbjp_laxmi) May 13, 2022
सहकारी चीनी मिल संघ मुख्यालय पर गुरुवार को गन्ना मंत्री चौधरी ने समीक्षा बैठक में चीनी मिलों की आर्थिक मजबूती देने की बात भी कही। प्रबंध निदेशक, चीनी मिल संघ व राज्य चीनी निगम की ओर से सहकारी चीनी मिलों की कार्यप्रणाली, गन्ना मूल्य भुगतान, पेराई सत्र 2021-22 में प्राप्त तकनीकी परिणाम व गन्ना पेराई आदि बिंदुओं पर विवरण प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग व गन्ना विकास संजय आर भूसरेड्डी,प्रबंध निदेशक, सहकारी चीनी मिल संघ रमाकांत पांडेय, विशेष सचिव, चीनी उद्योग व गन्ना विकास, शिव सहाय अवस्थी व प्रदेश की सभी सहकारी व निगम क्षेत्र की चीनी मिलों के प्रधान प्रबंधक व अधिकारी उपस्थित रहे।